विश्व रिकॉर्ड धारक भारतीय पर्वतारोही बलजीत कौर का माउंट अन्नपूर्णा के कैंप 4 के पास शिखर से उतरते समय निधन हो गया ये खबरें सामने आयी थी पर नेपाल के शेरपाओ द्वारा इन ख़बरों को सरासर झूठा करार दिया गया हैं। मिली जानकारी के मुताबिक बलजीत कौर चोटी से नीचे उतर रही थी तभी लापता हो गई थी। उन्होंने पूरक ऑक्सीजन का उपयोग किए बिना शिखर पर विजय प्राप्त की थी। वह एक महीने से भी कम समय में आठ हजार मीटर की चार चोटियों को फतह करने वाली पहली भारतीय पर्वतारोही हैं।
गुड़गांव की रहने वाली बलजीत कौर ने अधिकारियों से संपर्क टूटने से कुछ घंटे पहले अपनी एक तस्वीर पोस्ट करते हुए कहा: “पहाड़ पर चढ़ना अपने आप में जीवन की एक बड़ी उपलब्धि है। आप एक लक्ष्य निर्धारित करते हैं, आप तैयारी करते हैं, आप चढ़ते हैं, और आप आनंद लेते हैं।” बलजीत कौर को खोजने के लिए एक हवाई खोज मिशन आज सुबह शुरू किया गया था, जब वह ‘तत्काल मदद’ के लिए एक रेडियो सिग्नल भेजने में कामयाब रही।
शेरपा के अनुसार, उनके जीपीएस स्थान ने 7,375 मीटर (24,193 फीट) की ऊंचाई का संकेत दिया। वह कल शाम करीब सवा पांच बजे दो शेरपा गाइडों के साथ माउंट अन्नपूर्णा पर चढ़ गईं। बलजीत का पता लगाने के लिए कम से कम तीन हेलीकॉप्टर लाए गए।
बलजीत कौर जिला सोलन के मामलीग के एक साधारण परिवार से संबंध रखती हैं। वर्ष 2003 में उनके पिता एचआरटीसी चालक के पद से सेवानिवृत्त हुए। अब वह घर में ही खेती करते हैं। बलजीत कौर की मां गृहिणी हैं और पर्वतारोहण में आगे बढ़ने के लिए उन्हें अपने माता-पिता का पूरा सहयोग मिलता है।